यह पौधा शुगर और ब्लड प्रेशर को रखता है कंट्रोल, जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
आप सभी ने घर के आसपास कहीं न कहीं सदाबहार पौधा जरूर देखा होगा। इसे सदाबहार के नाम से भी जाना जाता है. इसके पत्ते और फूल दिखने में जितने सुंदर होते हैं, इनके औषधीय गुण भी उतने ही उपयोगी होते हैं। आयुर्वेद के अनुसार सदाबहार की पत्तियों का सेवन शरीर की कई गंभीर समस्याओं में बहुत फायदेमंद होता है।आयुर्वेद में इसका प्रयोग काफी समय से किया जा रहा है।
इसके अलावा, सदाबहार फूलों और पत्तियों का उपयोग पारंपरिक चिकित्सा में भी किया जाता है। सदाबहार की पत्तियां डायबिटीज जैसी गंभीर समस्या के लिए रामबाण मानी जाती हैं। इसके अलावा गले की खराश और ल्यूकेमिया की समस्या में भी इसका सेवन बहुत फायदेमंद होता है। शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में भी सदाबहार की पत्तियों का उपयोग बहुत फायदेमंद होता है।
सदाबहार फूलों के सेवन से रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी जैसे प्राकृतिक गुण होते हैं, जो रक्तचाप को संतुलित करने में मदद करते हैं। सदाबहार के तत्व रक्तचाप को संतुलित रखकर हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं।सदाबहार फूलों में मौजूद विंकामाइन मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
विंकामाइन शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को संतुलित बनाए रखने में सहायक हो सकता है। इस सदाबहार पौधे के फूल और पत्तियां दोनों ही मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है: सदाबहार फूल रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद कर सकता है, क्योंकि यह एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन सी जैसे लाभकारी यौगिकों का स्रोत है। यह संक्रमण से लड़ने में मदद करता है और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है।
सदाबहार पौधा (Catharanthus roseus) का औषधीय उपयोग पारंपरिक और आधुनिक चिकित्सा दोनों में किया जाता है। इस पौधे में मौजूद विभिन्न रसायनों का उपयोग कई गंभीर बीमारियों के इलाज में किया जाता है। यहाँ इसके कुछ प्रमुख औषधीय उपयोग दिए गए हैं:
1. कैंसर उपचार
सदाबहार पौधे के अर्क में पाए जाने वाले एल्कलॉइड्स, विशेष रूप से विंकास्टाइन और विंब्लास्टाइन, का उपयोग कैंसर के इलाज में किया जाता है। ये रसायन कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को रोकने में मदद करते हैं और ल्यूकेमिया, हॉजकिन्स लिम्फोमा, और अन्य प्रकार के कैंसर के उपचार में प्रभावी हैं।
2. मधुमेह उपचार
पारंपरिक चिकित्सा में, सदाबहार पौधे का उपयोग मधुमेह के इलाज के लिए किया जाता है। इसके पत्तों के रस का सेवन करने से रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
3. रक्तचाप नियंत्रण
सदाबहार पौधे का उपयोग उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) के इलाज में भी किया जाता है। इसके पत्तों के अर्क का सेवन करने से रक्तचाप को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है।
4. संक्रमण और सूजन
इस पौधे में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं। यह विभिन्न संक्रमणों और सूजन को कम करने में सहायक होता है। इसके पत्तों का लेप घावों और फोड़े-फुंसियों पर लगाया जाता है।
5. दस्त और पेट की समस्याएँ
सदाबहार पौधे की पत्तियाँ और जड़ें दस्त और अन्य पेट की समस्याओं के इलाज में उपयोगी हैं। इसके अर्क का सेवन करने से आंतों के संक्रमण और अन्य गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं में राहत मिलती है।
6. त्वचा रोग
सदाबहार पौधे का उपयोग त्वचा रोगों के इलाज में भी किया जाता है। इसके पत्तों का पेस्ट बनाकर त्वचा पर लगाने से खुजली, एक्जिमा और अन्य त्वचा संबंधित समस्याओं में राहत मिलती है।
What's Your Reaction?